मुग़ल शासनकाल में मुग़ल बादशाहों की पत्नियों का मामला एक रोचक विषय है। इस दौरान कई बादशाहों ने कई पत्नियां रखीं हैं, लेकिन सबसे अधिक पत्नियां रखने वाला बादशाह सिर्फ और सिर्फ अकबर थे।
अकबर, मुग़ल साम्राज्य का तीसरा बादशाह था और वह एक विख्यात और प्रभावशाली शासक रहे हैं। उन्होंने अपने जीवनकाल में कई महिलाएं शामिल कीं, जिनमें से कुछ को किताबों द्वारा भी चर्चा मिली है।
अकबर के जीवन में उपस्थित तीन महत्वपूर्ण पत्नियां थीं – बिबी दाउग़त, बिबी मरियम मख़्सूस और जोद्ह़ा बाई। इन तीनों पत्नियों में से जोद्ह़ा बाई (मरवाड़ी राजकुमारी हरिराज की पुत्री) सबसे प्रसिद्ध हुईं हैं।
अकबर ने प्रत्येक पत्नी के साथ बहुत समय बिताया, और बताया जाता है कि वे हर एक को बराबर प्रेम और सम्मान प्रदान करते थे। इनपर कई कविताएं, गीत और शानदार आभूषणों की कहानियाँ साक्षी हैं।
बिबी दाउग़त, अकबर की पहली पत्नी थीं और वे संयुक्त राष्ट्र (विभिन्न धर्मों के पुरोहितों की मंडली) के एक सदस्य की बेटी थीं। उन्होंने अकबर के बचपन में ही उनकी बोलचाल में मातृभाषा कोरती की और लिखना बेगमी (उसके अनुयायी और गीतगोश मियां तनसेन) सिखाया। उन्होंने बहुत सारी कविताएं और गीत लिखे हैं, जो अकबर के द्वारा महानतम कविता साम्राज्य के सन्दर्भ में मानी जाती हैं।
जोद्ह़ा बाई, अकबर की तीसरी पत्नी, राजपूताना से आई थीं। वे अपने खूबसूरती, परंपरागत रचनात्मकता और साहित्यिक प्रतिभा के लिए मशहूर रही हैं। उन्होंने ‘जोद्ह़ा अकबर’ के रूप में मशहूरत अर्जित की है, जो आदित्य चोपड़ा द्वारा निर्मित एक फ़िल्म के रूप में प्रकट हुई है।
बिबी मरियम मख़्सूस, बिबी दाउग़त की संज्ञानवर्धक बहन, अकबर की दूसरी पत्नी थीं, और उनका नाम उनके भक्तों द्वारा धारी गई बेगम दुररुख़ा भयानक अहले बैतावस्त के अजमेर में अपने ही अदोलत में शोहरत पाई।
यह बात सत्य है कि अकबर को तीन पत्नियां थीं, लेकिन अश्लीलता और अधूरी जानकारी को बढ़ावा देने वाली आंकड़ा जोड़ों की शानदारी के कारण, कुछ लोगों ने इलहामियों को बना दिया है, जो कि सच के खिलाफ हैं। अकबर की व्यक्तिगत और आंतरिक जीवन की उच्चतम और पवित्र मिथलावाद को छे ट्रेल और अवधारित दौ॒रों के इतिहास द्वारा साखरों के द्वारा प्रमाणित किया जा सकता है।
अकबर ने गुणवत्तापूर्ण और विदेशी राजकुमारियों के साथ सबसे प्रेमिका प्रेमवश मियां ब्या के भूतपूर्व मेरठाना को लगभग एक गन्दा एकलँग पदवी दिया गया था। विज्ञान, कला, साहित्य, राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय, विदेश यात्राएं आदि।