टेलीविजन शो “अनुपमा” के अंदर हमने कई रिश्ते देखे हैं, जो हमारे जीवन में रंगीनी लाते हैं। इस एंटरटेनमेंट जगत में, कई बार हम अपने दुश्मनों के साथ हमारी प्रियतमों को सबके सामने मिलते हुए देखते हैं, लेकिन असली जिंदगी में ऐसा बहुत कम होता है। शो “अनुपमा” में हमें एक वैसी स्थिति दिखाई दी जो हमारे जीवन का एक हिस्सा हो सकती है।
दरअसल, इस शो में मुख्य नायिका अनुपमा रोल प्ले कर रही हैं जिनका रोल रूपाली गांगुली कर रही हैं। उन्होंने दर्शकों को अनुपमा के किरदार में गहराई लाने के लिए एक अद्वितीय काम किया है। वह कार्य ऐसा है जिससे देखने वालों की आँखें खुल जाती हैं।
हाल ही में एक सीन में दिखाई दी गई थी, जब अनुपमा दुश्मन ओर रक्षक दोनों के साथ उत्साह से गाने, नाचने को तैयार हो रही थीं। यहां तक कि वे उपयोग करके ठाणे में पुलिसकर्मी पाखी और इंडोरेश के शासकीय अधिकारी बरखा से गंगनम स्टाइल नाच भी करेंगी। अनुपमा में इसे गांगनम स्टाइल डांस के नाम से जाना जाता है। इस दिखावे से, देखने वालों की आस्था बेहद बढ़ी है। साथ ही इस सीन में अपनी बांगली भाषा में मिर्ची भर गई है।
वैसे तो ये अदोषित थी जब दो दुश्मन अनुपमा के साथ ऐसा कर रहे थे, लेकिन बात को अद्वितीय बनाते हैं कि उन्होंने एक अच्छी दोस्ती की शुरुआत की है। पिछले दिनों में अनुपमा और पाखी के बीच एक असमंजस की स्थिति थी जिसे दुर करने के लिए उन्होंने सहयोग करने का एक बड़ा कदम उठाया है। अब यह नई मित्रता हमें ताकत और सामर्थ्य का संकेत देती है।
इस सीन के आगे, हमने यह देखा कि अनुपमा और पाखी के बीच मित्रता और सेवा की एक ओर वक्तव्याप्ति शुरू हो गई है। अब पाखी को उसे दुख नहीं देता जो उसे पहले दायर करता था। यह वक्तव्याप्ति अनुपमा की जीवन में नए रंग भर रही है और हमें इसके लिए उन्हे धन्यवाद देना चाहिए। दुश्मनों के साथ इस प्रकार की दोस्ती बड़ी खास होती है, किंतु यह वास्तविक जीवन में बहुत कम देखी जाती है।
इस सीन में, जहां दुश्मन दोस्ती, मिश्रण से, पाखी और बरखा का प्रेरणादायक संगीती मार रहा है, हमें अपनी अद्वितीयता को सराहना करनी चाहिए। यह हमें यह सिखाता है कि कभी-कभी आपके दुश्मन आपको उन्नति की ओर ले जा सकते हैं और आपकी जिंदगी में नई चरम प्राप्ति का कारण बन सकते हैं। अनुपमा की इस दृश्य में, हमें एक ऐसी युक्ति देखने को मिलती है जो हमें सामरिक चिंताओं को हल करने का तरीका बताती है।
“अनुपमा” में विराट और पाखी के बीच दुश्मनी काफी खतरनाक साबित होती है और लोग तीनों के बीच की एक बड़ी लड़ाई की उम्मीद करते हैं, लेकिन जब अनुपमा वहां होती हैं तो सब कुछ यूंही चमक जाता है। सबसे खास बात यह है कि अनुपमा इस लड़ाई से नहीं डरती हैं, बल्कि उसे अवश्य एक समझौता तलाश रही हैं। वह चाहती हैं कि उनके पुत्र और पुत्री की जीवन में प्रगति हो और इस कारण वह सब कुछ करने के लिए तैयार होती हैं।
शो “अनुपमा” में, वैदिकी और अनुपमा के साथ जुड़ी मित्रता और सेवा की सोच तो उनके लिए समय की एक वापसी है। यहां तक कि पाखी और बरखा भी उनकी जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। इससे हमें एक बड़ी सिख मिलती है कि दुर्दशा में हमें अपने दुश्मनों के साथ तालमेल बनाए रखने का प्रयास करना चाहिए और हमें सहायता के लिए अंदर का संघर्ष करने की भी आवश्यकता है। दुश्मन के साथ दोस्त बनकर कामयाबी प्राप्त करना शानदार काम होता है, और “अनुपमा” इसे हमें सिखाता है।