भारतीय टेलीविजन की दुनिया में एक नई कड़ी होने जा रही है – ‘अनुपमा’. इस शो को लोग दिल से प्यार कर रहे हैं और इसे बड़े ही उत्साह से देख रहे हैं। यह शो न केवल एक्टिंग के लिए बल्कि कहानी के वाफादार ढंग से भी प्रसिद्ध हो गया है। हाल ही में एक पेशेवर ऐंठन में ऐसी गतिविधि दर्शाई गई है जो इस कहानी को भयानक ढूंढते हुए आगे ले जा सकती है। इस आगे बढ़ती कथा में पाखी को क्या मौत का सामना करना पड़ेगा? यह प्रश्न लोगों को सोचने पर मजबूर कर रहा है।
‘अनुपमा’ कहानी पुरी तरह से माधवी भाभी के चारों तरफ घूमती है। उनकी जिन्दगी की अच्छी और बुरी दोनों ओर के पल को इस कहानी में दर्शाया गया है। ऐसे में, जब पाखी ने घर से खुद को भगाने की कोशिश की थी, वह अपनी किस्मत की मोठ लकीर पर खुद को ले आई थी। जब उसने कोशिश की तो उसे कुछ नहीं मिला, और यह उसे बहुत नाराज कर गया। इसलिए, बहार के दफ्तर में पाखी द्वारा अपनी मौत की सप्ताहांतिकी छत्र के साथ, अब हम सभी यह देखने को तैयार हैं कि अगला क्या होगा?
पाखी की मौत का सामना करके, कहानी के निर्माताओं ने गहरा प्रभाव डाला है। क्योंकि पाखी एक ऐसा किरदार है जिसे आप प्यार भी नहीं कर पाते हैं, लेकिन देखते समय आपकी सहानुभूति उभरती है। वह पाखी, जो हमेशा लोगों को तंग करती हैं, गोपाल और माधवी को नुकसान पहुंचाती हैं और अपने पिता का गुस्सा खत्म होने तक खुद को देखने को तैयार होती हैं, अब विदाई के बाद मर सकती हैं।
आप सब जानते हैं, सीरियलों में मौत कैसे एक शो की प्लॉट में आ सकती है और किस तरीके से वह गतिविधियों को एकदिवसीय ट्विस्ट दे सकती है। इस नए ट्विस्ट से, हम सभी भयंकर परेशान हैं, की क्या हम अब तक प्यार किया हुआ पाखी को खो देंगे या फिर इसके आगे बढ़ेंगे? शो के उपयोगकर्ताओं की एकाएक मौजूदगी को पढ़ते हुए हमारे दिमाग में नई गतिविधियाँ उभर रही हैं।
अनुकंपा शो को इस्स सियरियल में महेन्द्र-जिगर द्वारा निर्मित हुआ है। अनुकंपा के इस्स सीरियल में, रूपली गांगुली ने माधवी, सुधांशु पंडेय ने वनराज, परिता जीत जोशी ने अनुपमा इत्यादि के किरदार निभाए हैं। इस शो को बॉभी भेटपूरी ने निर्देशित किया है। इससे पहले इन दोनों कला कर्मियों ने ‘ये रिश्ता क्या कहलाता है?’ जैसे बेहद प्रसिद्ध शो पर भी साथ काम किया है।
‘अनुकंपा’ फैंस के लिए एक बड़ी सुर्खिया है और इसके कलाकारों ने उन्हें उनके किरदार में धारण करा लिया है। हालांकि, अगर पाखी की मौत शो में होती है, तो इससे कई दिल टूट सकते हैं। हमें बस यही आशा करते हैं कि, लेखकों की कल्पना को यह जीवन बचा लेंगे और पाखी की मौत से बचाएंगे।
आगे की कहानी में और भी कई दबाव देखने के आसार हैं, लेकिन यह उत्सुकता आपको इस शो के प्रतीकात्मक चरित्रों का अवलोकन करने के लिए मजबूर कर रही है। कृपया अपनी सीट की बेल्ट बंध लें और इस दिलचस्प पैंगाल यात्रा का लुफ्त उठाएं!