TMC सांसद नुसरत जहां को ED ने भेजा समन, जानिए क्या है मामला?
भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) को मुख्य विपक्षी पार्टी के रूप में माने जाने वाले तृणमूल कांग्रेस के (टीएमसी) सांसद नुसरत जहां को ईकनामिक ऑपरेशन डायरेक्टोरेट (ईडी) ने भेजा समन कर दिया है। यह नयी घटना है जो उनके खिलाफ चल रहे कई विवादों में से एक है।
नुसरत जहां को समन पेश करने के पीछे का कारण है उनके व्यक्तिगत बैंक खाते की जांच। ईडी ने कहा है कि उनके खाते में अव्यवस्थित रूप से धन प्रवाह किया जा रहा है और इसे व्यक्तिगत कारणों से संबंधित माना जा सकता है। उन्हें 17 नवंबर 2021 को समन पेश करने के लिए बुलाया गया है।
ताजगी की सूचनाओं के अनुसार, ईडी ने पिछले साल नुसरत जहां के खाते का जांचा था, जब भारत के वित्त मंत्रालय ने ईडी और केंद्रीय कर विभाग के अधिकारियों को टीएमसी नेता के विनियमित हिसाबों की जांच करने के लिए निर्देश दिए थे। कुछ समय पहले, नुसरत जहां द्वारा आत्महत्या करने की कोशिश की गई थी, जिसके बाद उन्होंने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए इलाज की जरूरत पड़ी थी।
इस मामले में, टीएमसी ने नुसरत जहां को नफा राजनीतिक और सामाजिक दबाव के लिए नौकरियां देने के मामले में तथ्यों को खण्डित करने के लिए चरम रूप से एक्टिव हुई है। उन्होंने कहा है कि ईडी और अन्य केंद्रीय एजेंसियों की इस परेशानी के पीछे भाजपा का हाथ है।
नुसरत जहां भारतीय राजनीति में बेहद प्रसिद्ध रह चुकी है, और सोशल मीडिया पर व्यापक अनुयाय का होने के साथ ही एक संवेदनशील व्यक्ति के रूप में भी जानी जाती है। उन्हें इस मामले में दोषी साबित करने के कई प्रयास किए गए हैं, लेकिन उन्होंने सबको जवाब देने के लिए तैयार हैं और वे यह मानते हैं कि वे दोषहीन होंगे।
अभी तक, TMC विभागीय नेता ने इस मामले पर आपत्ति जताई है और कहा है कि यह भाजपा द्वारा कार्यक्रमित है। उनके समर्थकों ने इसे एक ‘राजनीतिक खेल’ घोषित किया है जो मतदाताओं के मनोबल को कमजोर करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
क्योंकि इस मामले में कोई अब तक आधिकारिक बयान नहीं आया है, तो इसका असर प्रदर्शित करना जरूरी है। यह वापसी उस समय पर ला सकती है जब इस मामले में आधारित जानकारी और प्रमाण प्राप्त होंगे। फिर हमें यह जानना होगा कि ईडी का समन केवल संविधानसंगत नज़रिए से है या कहीं भाजपा भरोसेमंद निर्देश के बगैर ही निकला हुआ है।