इंटरनेट का उपयोग हर क्षेत्र में हो रहा हैं और इसने हमारे जीवन को आसान बना दिया हैं। विभिन्न वेब सीरीजेस भी इंटरनेट पर खुद को मजबूती दिखा रहे हैं और यहां तक की कुछ सीरीजेस ऐसी हैं जिनके चलते दर्शकों की दिनचर्या भी बदलने लगी हैं। इस बार “बच्चे” नामक एक हॉट वेब सीरीज इंटरनेट पर खूब चर्चा का शिकार हो रही हैं।
“बच्चे” वेब सीरीज़ ने दर्शकों को गहरी सोच पर मुखरता प्रदान की हैं। इस सीरीज़ में अभिनय के दम पर काम किया गया हैं और अंदाज़ भी ऐसा बनाया गया हैं जिससे दर्शक की रुचि भी बनी रहे। इस सीरीज़ की कहानी एक गृहस्थ को दिखाती हैं जिसमें उम्र जवानी की सरहदें पार करके वह अपनी बचपन की शरारतों में डूबते हैं। इसमें गहरी बातों पर चर्चा की गई हैं और इसे विस्तार से देखने पर दर्शकों को अपने गलतियों और सोच पर कुछ सोचने की सामर्थ्य प्राप्त होती हैं।
“बच्चे” वेब सीरीज़ के हॉट सीन्स और उनका मज़ा लेने का एक तरीका था बांध कमरे में देखना। दरअसल, मेकर्स ने इस सीरीज़ को मिंट हो जी से बनाया हैं और एक शिक्षा भी देने का प्रयास किया हैं। इसलिए जैसे ही इसे देखा जाता हैं, ऐसा लगता हैं कि इसे बंद कमरे में देखकर हम उसका मज़ा ले रहे हैं, जैसे ही शिक्षा के साथ साथ मनोरंजन भी प्राप्त हो रहा हो।
हालांकि, कुछ लोग इस सीरीज़ को अश्लीलता की ओर घसीटने का प्रयास कर रहे हैं। वे यह कह रहे हैं कि इस सीरीज़ में विभिन्न हॉट सींस हैं जो कि युवा समुदाय को गलत दिशा में ले जा सकते हैं। हालांकि, इस बात की जांच करने के लिए सामग्री को विश्लेषण करना भी महत्वपूर्ण हैं।
“बच्चे” वेब सीरीज़ का उद्यम दरअसल दर्शकों को जागरूक करने का हैं और उन्हें अपनी पहलवान गलतियाँ और उसके परिणामों पर विचार करने की प्रेरणा देना हैं। इसे फ़िल्म एक्टर के रूप में जाने जाने वाले धीरज कुमार ने ही प्रयास किया हैं, जो एक अभिनयी होने के साथ साथ एक सामाजिक कार्यकर्ता भी हैं।
तो क्या आप तैयार हैं बंद कमरे में यह हॉट वेब सीरीज़ देखने के लिए? यदि हां, तो आप इस वेब सीरीज़ के साथ अपने सोच को खोलेंगे और एक संवेदनशील संजीवनी भी प्राप्त करेंगे। ज्यादा से ज्यादा जानकारी प्राप्त करने के लिए आप इसे देख सकते हैं जो मेजबानी के साथ साथ एक सामरिक कार्यकर्ता भी हैं। इसे मज़ाकिया बातें मानी जा सकती हैं, लेकिन अपनी उम्र के मुताबिक़ इसे देखने के लिए तेयार रहें, क्यूंकि आसमान तोड़ देने वाली इस वेब सीरीज़ का आपको अभिरूची स्थान पर ले जाने का क़ुसरत नहीं किया जा सकता हैं।