जन्माष्टमी, हिंदू धर्म में महत्वपूर्ण एक त्योहार है जिसमें भगवान कृष्ण की जन्म जयंती मनाई जाती है। यह पर्व भारतवर्ष के कई हिस्सों में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है और लोग इसे बड़े धूमधाम और आनंद के साथ मनाते हैं। जन्माष्टमी का अर्थ होता है ‘भगवान कृष्ण की जन्मजयंती’। यह त्योहार भगवान कृष्ण की प्रेम और आनंद की प्रतीक होती है।
जन्माष्टमी के दिन पर लोग कृष्ण भक्ति और पूजा में लग जाते हैं। घरों में खासकर बच्चों के लिए बाल श्री कृष्ण की मूर्ति रखी जाती है और उन्हें लड्डू, मक्खन, माखन मिश्री, दही, पतथा आदि चीजें खिलाई जाती है। लड्डू भगवान कृष्ण के पसंदीदा आहार होते हैं और इसे अन्य उपवासी दिनों में खाया जाता है। इसलिए इस पर्व के दिन लड्डू की खरीददारी भी यहां-वहां होती है।
कृष्ण जन्माष्टमी के दिन लोग हाथ में लड्डू और घर के पूजा स्थल पर जाते हैं ताकि भगवान कृष्ण को वो अर्पण कर सकें। यह पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है जब धूपबत्ती, दीपक और कंदिल जलाकर भगवान कृष्ण की पूजा की जाती है। खासकर बच्चों को लड्डू खिलाने का रस्म अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। इससे बच्चे बड़े आनंद व आस्था के साथ भगवान कृष्ण के जन्म जयंती को मनाते हैं।
जन्माष्टमी के दिन लड्डू की खरीददारी न केवल उसकी महत्ता को दिखाती है, बल्कि यह भावनात्मक और आनंदपूर्ण एहसास देती है। जब हम भगवान कृष्ण के पसंदीदा आहार को खरीदकर उसे पूजा में चढ़ाते हैं तब हमारी भक्ति और आस्था में एक नई मिठास आती है। लड्डू के विभिन्न स्वाद भी हमें बच्चपन और प्रकृति के बिना नहीं दिखते हैं। इसलिए यदि हम लड्डू की खरीददारी करके उसे पूजा में चढ़ाते हैं, तो यह हमारे जन्माष्टमी पर्व को यादगार बना सकता है।
इसे ही वजह से जन्माष्टमी के दिन लड्डू की खरीददारी करना महत्वपूर्ण तथा आनंदप्रद होता है। लड्डू न केवल आपके घर के पूजा स्थल में बच्चों के लिए ही महत्त्वपूर्ण होते हैं, बल्कि हर उपास्य देवता के प्रसाद में लड्डू शामिल होते हैं। आप चाहे गणेश चतुर्थी, दुर्गा पूजा या दिवाली के पूजा में लड्डू खाएं, ये सभी त्योहार और पर्व के प्रसाद के रूप में गिने जाते हैं। इसलिए जन्माष्टमी के दिन लड्डू की खरीददारी महत्वपूर्ण होती है, इन्हें खाने से तो बच्चों के अलावा बड़ों का भी मन खुश हो जाता है।
इस पर्व के दिन खासकर बच्चों के लिए लड्डू का महत्व अधिक होता है। हाथ में लड्डू पकड़कर बच्चे खूब खुश हो जाते हैं और इसे खाने का आनंद उठाते हैं। इससे उनकी भक्ति और आस्था में उत्साह पैदा होता है। यह पर्व तो भगवान कृष्ण के बाल-लीलाओं की यादें ताजगी प्रदान करता है। इसलिए आपको जन्माष्टमी के दिन लड्डू की खरीददारी जरूर करनी चाहिए।
जन्माष्टमी के दिन लड्डू की खरीददारी हमें उस अद्भुत अनुभव और आनंद की प्राप्ति कराती है जो हमारे आस-पास दौड़ते रहने के बावजूद भी हमें संतुष्टि देती है। लड्डू भगवान कृष्ण की प्रेम कथाओं, उनके व्रत और उपवास पर आधारित हैं और ये हमारे अन्धविश्वास के संकेत स्थान के रूप में माने जाते हैं। इसलिए इस जन्माष्टमी पर्व पर लड्डू की खरीददारी कर बच्चों के साथ आनंद उठाएं और अपनी आस्था और भक्ति को मजबूत करें।