नीम के पेड़ों के नीचे आपातकालीन चिकित्सा के माध्यम से ऐसे विचार किये जाते थे जिसमें ये किसी तरह का जादूगर माने जाते थे। आप नीम के पत्तों को नींबुक समझें – जादुई औषधि, जो वरदान माना जाता है। यह एक ऐसा पेड़ है जिसमें अनेक गुण साथ होते हैं और इसलिए इसे कई समस्याओं से निपटने के लिए उपयोग किया जाता है।
नीम की पत्तीयों में पाए जाने वाले गुण अपार हैं। इसमें एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल, एंटीवायरल, एंटीआइलर्जिक, तत्व मौजूद होते हैं जो आपके शरीर को स्वस्थ रखने में सहायक होते हैं। इसके अलावा यह आपकी त्वचा को निखारने, बालों को मजबूती प्रदान करने, स्वस्थ दांत और मसूड़ों के लिए भी उपयोगी होता है।
नीम कई बीमारियों के इलाज में उपयोग होता है। इसकी पत्तीयों को दाढ़ीवाले हमेशा यूंही खाते हैं क्योंकि इसका उपयोग कर्कट, कई बार दांत संक्रमण और मसूढ़ों की समस्याओं के इलाज में उपयोगी माना जाता है। इसका रस लिए बम खाया जाता है ताकि अगर कोई कहीं चोट या कट लग गई हो तो समाई जा सके। नीम के पत्तों का रस औषधीय गुण होने के कारण त्वचा के जीवाणुओं को मारने की क्षमता रखता है। अत: यह चर्म रोगों जैसे खुजली, दाद, रॉयश, त्वचा के छाले,?
सोरायसिस, एग्जिमा और बलनश्वर जैसे त्वचा सम्बन्धी समस्याओं के इलाज में उपयोगी होता है।
साथ ही नीम के तेल का भी इस्तेमाल करते हैं, इससे कई तरह की स्किन इंफेक्शन को रोका जा सकता है। नीम के तेल को माथे पर लगाने से सिरदर्द से आराम मिलता है। इसके गुणों के कारण, नीम का तेल के मसाज से पुराने दाग और धब्बे भी दूर हो सकते हैं। इसके लगाने से चेहरे की रंगत भी निखर जाती है। आपके बालों के लिए भी नीम का तेल बेहद उपयोगी होता है। यह बालों को स्वस्थ बनाने में मदद करता है, रूसी को खत्म करता है, बालों के झड़ने को कम करता है और मजबूती प्रदान करता है।
नीम के सेवन से आपकी दांतों और मसूढ़ों को भी बहुत लाभ होता है। इससे दांतों की खराब समस्याएं जैसे मसूढ़ों के संक्रमण, दर्द, पायरिया आदि से छुटकारा मिलता है। नीम का इस्तेमाल करके मौखिक स्वास्थ्य में सुधार होता है और मसूढ़ों की मजबूती बढ़ती है। इसलिए, सुबह नीम के सेवन से आप चमत्कारिक स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर सकते हैं।