प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय राष्ट्रीय भव्य निर्माण कार्यक्रम (ईभीएम) के तहत आज श्रीराम जन्मभूमि पर कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर का उद्घाटन किया जाएगा। भव्य शिलान्यास और उद्घाटन के लिए आज का तारीख 5 अगस्त 2020 निर्धारित की गई है।
यह ‘राम मंदिर’ बनाने का सपना पूरे समर्पण और प्रयास के बाद साकार होने जा रहा है। अयोध्या में स्थित श्रीराम जन्मभूमि परिसर में यह मंदिर बनाने का कदंब दशकों से अदालतों, विरोधियों और विवादों से घिरा हुआ था। लेकिन सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद इस कार्य का आयोजन हो सका और अब इस मंदिर का उद्घाटन कार्यक्रम राष्ट्रीय स्तर पर मनाया जाएगा।
मंदिर के निर्माण कार्य में विभिन्न देशों से आए गए शिल्पकार, स्थानीय कारीगर और स्थानीय लोगों की भागीदारी रही। इस मंदिर का निर्माण राष्ट्रीय एकता, सद्भावना और शान्ति के प्रतीक के रूप में स्थापित किया जाएगा। श्रीराम जन्मभूमि पर इस मंदिर का निर्माण अयोध्या के आत्मगौरव की निदर्शित होगा और साथ ही भारत की पौराणिक और सांस्कृतिक महत्ता को बढ़ावा देगा।
मंदिर के शिलान्यास के लिए शुभ मुहूर्त 12:40 पूर्वाह्न से 12:44 पूर्वाह्न तक है। अधिकांश लोग इस मुहूर्त के अनुसार प्रार्थना और ध्यान करेंगे। यह मुहूर्त अयोध्या की संगमनेर प्रदेश में उपलब्ध होगा। जिन लोगों के पास वहां जाने का समय न हो सके, वे टेलीविजन, रेडियो या इंटरनेट के माध्यम से लाइव इवेंट का आनंद ले सकते हैं। पूजन एवं आरती आदि क्रियाएं भी टेलीविजन के जरिए दर्शाए जाएंगे।
मंदिर का आयोजन प्रधानमंत्री मोदी के माध्यम से होगा, जिनके फैसले ने इस सपने को साकार करने में बहुत मदद की है। पूरे देश में श्रीराम मंदिर का अद्यतित प्रसार किया जा रहा है और लोग उनकी प्रेरणा से उत्साहित हैं। इस मौके पर, फिर से नया देश हमें एक साथ ले जा रहा है, एक साथ काम करता है और सहयोग करता है।
समारोह और अनावरण के दौरान संतों, साधुओं, राजनीतिज्ञों और श्रद्धालुओं को भी अनुमति दी जाएगी। यहां पर कई बड़े और प्रमुख नेताओं की उपस्थिति की उम्मीद है, जिन्होंने इस श्रीराम मंदिर के निर्माण में अपना योगदान दिया है। इस ऐतिहासिक पल में, भारत का एकता, अखंडता और सामरिक स्वाभिमान प्रकट होगा।
सभी भारतीयों को इस महोत्सव में भाग लेने, उसके भाग्यशाली साक्षी बनने के लिए और उनकी प्रार्थनाओं के माध्यम से इस मंदिर की भव्यता का अनुभव करने का अवसर मिलेगा। यह मंदिर समस्त भारतवासियों को संगठित रूप में जोड़ेगा और भारतीय सभ्यता को विश्वस्तर पर प्रस्तुत करेगा।
श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर का शिलान्यास और उद्घाटन एक पौराणिक और सांस्कृतिक यात्रा का आयोजन करेगा। यह एक साथ देश को एकीकृत करेगा, अन्तर्जातीय बंधन बनायेगा और एक साथ भारत की मान्यता और गरिमा को प्रशंसा करेगा।