विवाह एक ऐसा दिन होता है जो हर किसी के जीवन में बदलाव लाता है। यह दिन एक नए चरण का संकेत होता है जब दो लोग अपनी जिंदगी को एक साथ नयी राह पर चलने का फैसला करते हैं। उसके बाद, जीवन के कई पहलूओं में बदलाव होता है, जैसे की नाम, पता, समूही या वित्तीय स्थिति। इसलिए, गृहस्थ जीवन की शुरुआत से ही उन्हें अपने आधार कार्ड में अपडेट करने की जरूरत होती है।
अगर आप बदलाव चाहते हैं अपने विवाह के बाद अपने आधार कार्ड में अपने सरनेम को जोड़ने के लिए, तो आपको चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है। आधार कार्ड में सरनेम को जोड़ना आसान हो गया है और यह एक आपको ढेर सारे दस्तावेज़ जमा करने की ज़रूरत नहीं पड़ती है।
सरनेम से मतलब होता है दूसरा नाम, जिसे विवाह के बाद आमतौर पर पत्नी का नाम होता है। यह मान्यता है कि इसका जोड़ना व्यक्ति के बैंक खाते, सम्बंधित दस्तावेजों और सचिवालयों में आसानी से उसकी पहचान करने में मदद करता है।
अपने आधार कार्ड में सरनेम जोड़ना आसानी से कैसे करें, इसके बारे में जानने के लिए आप निम्नलिखित निर्देशों का पालन कर सकते हैं:
1. सबसे पहले, आपको आधिकारिक वेबसाइट या मोबाइल एप्प पर जाना होगा।
2. वहां आपको ‘आधार अद्यतन’ या ‘आधार डाटा सुधार’ का ऑप्शन दिखेगा, जिसे आपको चुनना होगा।
3. अगले पेज पर, आपको अपना आधार नंबर और अन्य आवश्यक जानकारी दर्ज करनी होगी।
4. उसके बाद, आपको एक वॉलिड दस्तावेज़ जैसे की मैरिज सर्टिफिकेट, विवाह पंजीकरण प्रमाण पत्र, और पति या पत्नी की फ़ोटो का स्कैन प्रतिलिपि अपलोड करनी होगी।
5. सभी जानकारी और दस्तावेज़ सबमिट करने के बाद, आपका अनुरोध प्राधिकारी के पास भेजा जाएगा।
6. कुछ दिनों बाद, आपको आधार कार्ड में अपडेटेड जानकारी मिल जाएगी और आप उसे स्थानीय आधार केंद्र से प्राप्त कर सकते हैं।
सरनेम को आधार कार्ड में जोड़ना इतना कठिन नहीं होता है। आपको बस इसके लिए आवश्यक दस्तावेज़ और ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म का इस्तेमाल करना होगा। अगर आप इस प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की समस्या का सामना करते हैं, तो आपको सीधे आधार कार्ड के टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क कर सकते हैं। उनकी सहायता से आपकी समस्या का समाधान हो सकता है।
विवाह दूसरी पत्नी अथवा पति के बराबर होता है जिसे सरनेम कहते हैं। इसमें कोई भी संकोच नहीं होना चाहिए की आपका सरनेम आपके आधार कार्ड में जोड़ दिया जाए। यह व्यक्तिगत पहचान को मजबूत बना सकता है और आपको समूही या वित्तीय कार्यों में आसानी से उसकी परख करने में मदद कर सकता है।
जब आप विवाह के बाद अपने आधार कार्ड में सरनेम जोड़ेंगे, तो आपको ध्यान रखना चाहिए की आपकी जानकारी की सटीकता को सुनिश्चित करें। आपके द्वारा दी गई जानकारी की सटीकता की पुष्टि होने के बाद ही आपका अनुरोध स्थानीय आधार केंद्र द्वारा स्वीकार किया जाएगा। यदि आपके द्वारा प्रस्तुत जानकारी में कोई अनुसूचित दोष होता है, तो आपका अनुरोध अस्वीकार कर दिया जा सकता है।
इसलिए, विवाह के बाद जब आप अपने नए सरनेम को अपने आधार कार्ड में जोड़ना चाहते हैं, इसके लिए ऊपर दिए गए निर्देशों का पालन करते हैं और अपनी जानकारी को ध्यानपूर्वक जाँचकर आपका अनुरोध स्वीकार होने की कामना करते हैं। इस छोटे से कदम से आप अपने नए जीवन में अपणे सरनेम को सफलतापूर्वक अपडेट कर सकते हैं।